महोत्तरी, २७ चैत । “व्यवस्था बदैलगेल, संविधान बदैलगेल, मुदा गन्दगी पाइन स हमरा सवहक जीनगी छुटकारा नई पौलक” (व्यवस्था बदलियो, संविधान बदलियो तर हाम्रो जीवनले