धनुषा, २९ असोज । ‘तोहरे भरोसे बरहम बाबा झिझिरी बनेलियै हो बरहम बाबा झिझिया पर होइयौ ने सवार अबोधबा बालक तोहर किछियो ने जनैछौं हो…।’